मुलायम परिवार का इस बार सैफई में ब्लाक प्रमुख नहीं, 25 साल से घर में रही सीट
पंचायत चुनाव के लिए जारी आरक्षण से सैफई का इतिहास बदल जाएगा। पहली बार 25 साल में सैफई ब्लाक प्रमुख की सीट एससी महिला के लिए आरक्षित होने से मुलायम सिंह यादव के परिवार को बहुत बड़ा झटका लगा है। ब्लाक बनने के बाद से अब तक इस सीट पर मुलायम सिंह परिवार का कब्जा रहता था। नए आरक्षण में इस सीट पर मुलायम परिवार का ब्लाक प्रमुख नहीं बन पाएगा।
सैफई ब्लाक बनने के बाद से अब तक ब्लाक प्रमुख की कुर्सी मुलायम सिंह के भतीजों, नाती पूर्व सांसद व बिहार के मुख्यमंत्री लालू यादव के दामाद तेज प्रताप और उनके माता-पिता, चाचा के ही पास थी। वर्तमान में लालू की समधन और तेज प्रताप की मां मृदुला यादव ब्लाक प्रमुख हैं। जिले की सबसे महत्वपूर्ण मानी जाने वाली सैफई ब्लाक प्रमुख सीट इस बार एससी महिला के आरक्षित की गई है।1995 में पहली बार सैफई को ब्लाक बनाया गया था। अब तक यह सीट सामान्य वर्ग के लिए तो पिछड़ी जाति के लिए आरक्षित रही इससे प्रदेश के बड़े राजनीतिक परिवार का कब्जा इस सीट पर हमेशा बना रहा। पहली बार 1995 में मुलायम सिंह यादव के भतीजे रणवीर सिंह यादव ब्लाक प्रमुख चुने गए थे। इसके बाद 2000 में हुए चुनाव में भी रणवीर सिंह को ही ब्लाक प्रमुख चुना गया।
2002 में उनके निधन के बाद मुलायम सिंह के दूसरे भतीजे धर्मेंद्र यादव ब्लाक प्रमुख बने। 2005 में स्व. रणवीर सिंह के बेटे तेज प्रताप सिंह यादव को ब्लाक प्रमुख चुना गया। इसके बाद 2010 के चुनाव में भी तेज प्रताप ही चुने गए। 2014 के चुनाव में तेज प्रताप को मैनपुरी लोकसभा से सांसद चुन लिया गया, इसके बाद 2015 के चुनाव में तेज प्रताप की मां व स्व. रणवीर सिंह की पत्नी मृदुला यादव ब्लाक प्रमुख चुनीं गईंथी।