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[महाराष्ट्र: स्टोरी हाइलाइट्स]

Maharashtra: “बिना नोटिस के काट दी बिजली तो 132 केवी लाइन के टावर पर चढ़े किसान”

महाराष्ट्र के नाशिक (Maharashtra Nashik) में किसानों और बिजली कंपनी के बीच जमकर विवाद चल रहा है. बीते दिनों रात में बिजली कंपनी ने ​बकाया बिल की वजह से किसानों की बिजली काट दी. किसानों ने कंपनी के अधिकारियों से आपूर्ति शुरू करने की मांग की, लेकिन बात नहीं बनी. किसानों ने आक्रोश में 132 केवी लाइन के टावर पर चढ़कर आंदोलन किया,

“बिजली कंपनी और किसानों के बीच विवादकिसानों ने बिजली बिल में लगाया गड़बड़ी का आरोप”

महराष्ट्र में नासिक (Maharashtra Nashik)
के सिद्ध पिम्परी गांव में तीन दिन पहले महाराष्ट्र बिजली सप्लाई कंपनी (Maharashtra Electricity Supply Company) ने पूरे गांव के किसानों की बिजली काट दी थी. इसके बाद से किसान लगातार बिजली कंपनी से आपूर्ति बहाली की बात कर रहे थे, लेकिन कोई हल नहीं निकला. इससे आक्रोशित होकर किसानों ने आज गांव से गुजरने वाले 132 केवी बिजली सप्लाई टावर पर चढ़कर आंदोलन शुरू कर दिया. किसानों के समर्थन में शेतकरी संगठन भी उतर आया है. मौके पर बड़ी संख्या में किसान जमा हुए हैं.

“किसानों का आरोप है कि बिना किसी सूचना के उनकी बिजली सप्लाई काट दी गई”

किसान मनोज जाधव ने कहा कि गांव में अंगूर की खेती ज्यादा होती है. बढ़ती ठंड के बीच अगर अंगूर के खेती को पानी नहीं दिया तो किसानों की सालभर की मेहनत बर्बाद हो जाएगी.

“दो साल से चल रहा टकराव”
    
पूरे महाराष्ट्र में दो साल से किसानों और बिजली कंपनी के टकराव चल रहा है. महाराष्ट्र सरकार ने 2012 से किसानों को बिजली में 50 प्रतिशत की सब्सिडी मंजूर की थी, लेकिन किसानों दावा है कि दो साल से बिजली कंपनी दोगुना बिल भेज रही है. पहले बिजली कंपनी उसे दुरुस्त करे. हम तुरंत बिल का भुगतान कर देंगे, लेकिन बिजली कंपनी नहीं मान रही है.

“कंपनी ने कहा- बिजली बिल में करेंगे सुधार”

महाराष्ट्र राज्य बिजली सप्लाई कंपनी के अधिकारी एसपी बोडके ने कहा कि किसानों को अलग अलग योजनाओं के अनुसार हमने बिजली बिल के लिए सहूलियत दी है, लेकिन किसान बिल नहीं भर रहे हैं. बिजली बिल में हम दुरुस्ती करने के लिए तैयार हैं. हमारे पास 350 अर्जी आई हैं, एक महीने पहले ही अर्जी आई हैं, इसमें हम 100% सुधार कर देंगे.

“बिजली मंत्री ने सीएम को लिखा था पत्र”

महाराष्ट्र के बिजली विभाग के मंत्री नितिन राउत ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को चिट्ठी लिखकर कहा था कि महाराष्ट्र में कुल 41 हजार करोड़ रुपये की कुल बकाया राशि बिजली ग्राहकों को जमा करनी है. इसमें राज्य सरकार के कुछ विभाग भी हैं, जिन्होंने बिल का भुगतान नहीं किया है. इस खत के बाद शिवसेना, राष्ट्रवादी कांग्रेस और कांग्रेस की महाविकास अघाड़ी सरकार की मंत्री कैबिनेट में काफी बवाल हुआ था.

तरंग सिंह
[प्रेस रिपोर्टर जनमीडिया टीवी]