
Pushkar Singh Dhami Chief Minister Uttarakhand पुष्कर सिंह धामी दूसरी बार बने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री , साथ मे आठ मंत्रियों ने भी ली मंत्री पद की शपथ
प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री शाह समेत कई वीआइपी रहे मौजूद
पुष्कर सिंह धामी ने दूसरी बार उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) गुरमीत सिंह ने बुधवार को धामी को मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई। शपथ ग्रहण समारोह में PM नरेंद्र मोदी भी पहुंचे। देहरादून परेड ग्राउंड में हुए कार्यक्रम में कई कैबिनेट के मंत्रियों ने भी शपथ ली। शपथ लेते ही पुष्कर धामी राज्य के 12वें मुख्यमंत्री बन गए। धामी के शपथ ग्रहण में अमित शाह और योगी आदित्यनाथ भी पहुंचे।
धामी कैबिनेट में मंत्री के रूप में शपथ लेने वालों में धन सिंह रावत, गणेश जोशी, रेखा आर्या, सुबोध उनियाल, सौरभ बहुगुणा, प्रेमचंद अग्रवाल, चंदन राम दास और सतपाल महाराज शामिल हैं।
नए मंत्रियों में चार ने चुनावी हलफनामे में खुद को किसान बताया है। वहीं, मुख्यमंत्री समेत तीन मंत्रियों ने राजनीति को ही अपना पेशा बताया है। सबसे युवा मंत्री सौरभ बहुगुणा ने वकालत को अपना पेशा बताया है। केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान, हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर, गुजरात के सीएम भूपेंद्र पटेल भी मंच पर पहुंच गए हैं। नितिन गडकरी, मीनाक्षी लेखी, विजय बहुगुणा, रमेश पोखरियाल निशंक, हिमाचल के सीएम जयराम ठाकुर, असम के सीएम हिमंत बिस्वा भी मौजूद हैं।
Uttarakhand Chief Minister Pushkar Singh Dhami Oath Taking Ceremony : पुष्कर सिंह धामी ने आज उत्तराखंड के 12वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। उन्हें राज्यपाल ले. जनरल गुरमीत सिंह (रि.) ने पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। उनके साथ आठ मंत्रियों ने भी शपथ ली। शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा मौजूद रहे। इससे पहले, प्रदेश को रितु खंडूरी के रूप में पहली महिला स्पीकर मिली है
भाजपा ने राज्य गठन के बाद हर चुनाव में सत्ता में परिवर्तन के मिथक को तोड़ते हुए पांचवें विधानसभा चुनाव में दो-तिहाई बहुमत के साथ जीत दर्ज की। 70 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा को 47 सीट मिलीं, जो वर्ष 2017 के मुकाबले 10 सीट कम हैं। पिछले साल चार जुलाई को राज्य के 11वें मुख्यमंत्री के रूप में पद संभालने वाले युवा पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में ही भाजपा ने विधानसभा चुनाव लड़ा।
सतपाल महाराज चौबट्टाखाल से जीते हैं। उन्होंने कांग्रेस के केसर सिंह को 11,430 वोट से हराया है। महाराज धामी कैबिनेट के सबसे अमीर मंत्री हैं। महाराज के पास कुल 87.34 करोड़ रुपये की संपत्ति हैं। 70 साल के महाराज कैबिनेट के सबसे बुजुर्ग मंत्री भी हैं।
प्रेम चंद्र अग्रवाल ऋषिकेश से जीते हैं। उन्होंने कांग्रेस के जयेंद्र रमोला को 19,057 वोट से हराया है। अग्रवाल पिछली विधानसभा के विधानसभा अध्यक्ष रहे हैं।
गणेश जोशी मसूरी सीट से जीते हैं। उन्होंने कांग्रेस की गोदावरी थापली को 15,325 वोट से हराया है। जोशी धामी कैबिनेट में सबसे कम पढ़े लिखे मंत्री हैं। उन्होंने सिर्फ दसवीं तक की पढ़ाई की है। पिछली धामी सरकार में जोशी के पास सैनिक कल्याण, खादी और ग्रामीण उद्योग, एमएसएमई जैसे मंत्रालय थे।
धन सिंह रावत ने श्रीनगर सीट पर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल को हराया है। उन्होंने महज 587 वोट से जीत दर्ज की थी। धन सिंह रावत धामी कैबिनेट के सबसे पढ़े लिखे मंत्री हैं। उन्होंने पीएचडी की है।
रेखा आर्य सोमेश्वर सीट से 5,293 वोट से जीती हैं। आर्य पिछली सरकार में महिला कल्याण और बाल विकास मंत्री थीं।
सुबोध उनियाल नरेन्द्रनगर सीट से जीते हैं। उन्होंने कांग्रेस के ओम गोपाल को 1,798 वोट से हराया है। पिछली सरकार में उनियाल के पास कृषि मंत्रालय था।
चंदन राम दास बागेश्वर सीट से लगातार चौथी बार विधायक बने हैं। बीते चार दशक से राजनीति मेंं सक्रिय चंदन राम दास धामी सरकार का नया चेहरा हैं। करोड़पति होते हुए भी चंदन राम दास धामी कैबिनेट के सबसे गरीब मंत्री हैं।
सौरभ बहुगुणा सितारगंज विधानसभा से लगातार दूसरी बार जीते हैं। उन्होंने कांग्रेस के नवतेज पाल सिंह को 10,938 वोट से हराया है। सौरभ के दादा हेमवती नंदन बहुगुणा उत्तर प्रदेश और पिता विजय बहुगुणा उत्तराखंड के मुख्यमंत्री रहे हैं। सौरभ की बुआ यानी हेमवती नंदन बहुगुणा की बेटी डॉ. रीता बहुगुणा जोशी भी उत्तर प्रदेश की सियासत में बड़ा चेहरा हैं। रीता जोशी यूपी कांग्रेस की अध्यक्ष रहीं। इसके बाद योगी सरकार में मंत्री भी रहीं। अब वह प्रयागराज से भाजपा की सांसद हैं।