गणतंत्र दिवस विशेष : देहरादून में छपा था भारत का संविधान
भारत का संविधान यानी जमीन के टुकड़े को देश बनाने वाला अनुशासन, आजादी को जीने के लिए जरूरी बंधन और अनगिनत शहीदों के जज्बात और संघर्ष की इबारत । दुनिया के सबसे बड़े लिखित संविधान को अमलीजामा पहनाने के बाद सबसे बड़ा काम था उसकी छपाई का। इसकी जिम्मेदारी दी गई देहरादून के सर्वे ऑफ इंडिया को, जिसने 5 साल में इसकी हजार प्रतियां छापीं। पहली छपी प्रति आज भी सर्वे ऑफ इंडिया के देहरादून ऑफिस में मौजूद है।