गंगा टोंस के बाढ़ से कटान रोकने के लिए पक्के घाट जरूरी- डॉ. पाण्डेय
करछना। बारिश के दिनों में गंगा में आई बाढ़ से लवायन,डीहा घाटों के समीप कई गांव पानी से प्रभावित होते हैं और इसी तरह टोंस की बाढ़ से कटका और मेड़रा समेत कई गांवों में बाढ़ का पानी घुस जाता है। बाढ़ के पानी से कटाव को रोकने के लिए यहां पक्के घाट बनवाया जाना जरूरी है। यह बातें प्रयागराज की सांसद डॉ.रीता बहुगुणा जोशी,विधायक करछना पीयूष रंजन निषाद और विधायक बारा वाचस्पति के साथ सर्किट हाउस में सिंचाई विभाग के उच्चाधिकारियों के साथ हुई समीक्षा बैठक के दौरान जागृति मिशन के संयोजक डॉ.भगवत पांण्डेय ने कही। उन्होंने कहा कि यह प्रतिवर्ष की जटिल समस्या है जहां करछना तरहार क्षेत्र के कई गांव थोड़ी सी बाढ़ में ही प्रभावित होते हैं और कटान बढ़ती जा रही है ऐसी स्थिति में घाटों पर पक्के बैंड बनाकर पानी को रोका जा सकता है और बाढ़ से कई गांव को बचाया जा सकता है।इस दौरान सांसद ने जमुनापार में 11डाक बंगलों की स्थिति पर चर्चा करते हुए कोहडा़रऔर शाहपुर में बंद पड़े डाक बंगलों के पुनरुद्धार पर जोर दिया।साथ ही ऐसे सरकारी बंगलों के आसपास किसी भी प्रकार के अवैध कब्जे से मुक्त कराने और सभी डाक बंगलों को साफ सुथरा कर अलंकरण करने पर भी जोर दिया। बाणसागर परियोजना का जायजा लेते हुए लिफ्टों की स्थिति और गर्मी के दिनों में नहरों में पानी देने को लेकर उन्होंने अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए। सांसद ने कहा कि इसके लिए अधिकारी बजट बनाएं जहां कोई दिक्कत आ रही है मुझे अवगत कराएं और इस बात को आगे बढ़ाया जाएगा। बैठक में कई अन्य मुद्दों पर भी चर्चा हुई। इस मौके पर कई विभाग के उच्च अधिकारी मौजूद रहे।