Shivpal-Akhilesh Yadav Conflict CM योगी आदित्यनाथ से मिले शिवपाल, भतीजे अखिलेश को झटका देने की तैयारी , शिवपाल यादव (Shivpal Yadav) अपने भतीजे अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) से ‘नाखुश’ हैं और इस बीच उन्होंने दिल्ली दौरे के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) से मुलाकात के लिए समय मांगा था. इसके बाद से ही सियासी हलचल तेज हो गई है.
Shivpal-Akhilesh Yadav Conflict सीएम आवास 5 कालिदास मार्ग पर शिवपाल और योगी आदित्यनाथ के बीच करीब 20 मिनट तक बातचीत हुई. शिवपाल यादव ने सीएम को बधाई दी और इसे शिष्टाचार भेंट बताया है. हालांकि अखिलेश यादव के साथ शिवपाल की कथित नाराजगी की खबरों के बीच ऐसी मुलाकातों के कई राजनीतिक मायने निकाले जा रहे हैं. सूत्रों के मुताबिक, शिवपाल सिंह यादव विकल्प तलाश रहे हैं. इसी क्रम में वह पिछले दिनों अखिलेश यादव की बुलाई बैठक से उलट दिल्ली चले गए और आज सीएम योगी से भी मुलाकात कर ली.
Shivpal-Akhilesh Yadav Conflict समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने मंगलवार को पार्टी के सहयोगी अपना दल (के), सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (एसबीएसपी) और राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) के नेताओं के साथ बैठक की और भविष्य की रणनीति पर चर्चा की. हालांकि इस बैठक में अखिलेश के चाचा शिवपाल यादव (Shivpal Yadav) बैठक में मौजूद नहीं थे और यह अटकलें लगाई जा रही हैं कि वह ‘नाखुश’ हैं, क्योंकि उन्हें पिछले सप्ताह सपा विधायकों की बैठक में नहीं बुलाया गया था.
शिवपाल यादव ने अमित शाह से मांगा था समय
शिवपाल यादव (Shivpal Yadav) पिछले 2 दिनों से दिल्ली में थे और इस दौरान उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) से मुलाकात के लिए समय मांगा था. इसके बाद से ही सियासी हलचल तेज हो गई है, क्योंकि शिवपाल सिंह खुलेआम अखिलेश से नाराजगी जता चुके हैं. शिवपाल यादव, अब दिल्ली से इटावा पहुंच चुके हैं और आज देर रात तक लखनऊ पहुंचने की संभावना है.
Shivpal-Akhilesh Yadav Conflict विधानसभा चुनाव की सियासत अखिलेश यादव और शिवपाल को करीब ले आई। लेकिन नतीजों के साथ ही चाचा-भतीजे के बीच अनबन सार्वजनिक हो चुकी है। बुधवार को शिवपाल सिंह यादव यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ से मिलने के लिए उनके 5 कालिदास मार्ग स्थित आवास पहुंचे। शिवपाल आवास में पीछे वाले रास्ते से दाखिल हुए। साढ़े 7 बजे 30 मिनट मुलाकात का वक्त तय था, हालांकि शिवपाल 7:20 बजे ही पहुंच गए थे। 7:55 बजे शिवपाल सीएम आवास से बाहर आए।
करीब 25 मिनट की उनकी मौजूदगी सियासी गलियारों में नए समीकरण को हवा दे गई। हालांकि प्रसपा खेमे ने इसे शिष्टाचार भेंट बताया है। फिलहाल सपा के सहयोगी दलों की बैठक में शामिल न होकर शिवपाल अपने बागी तेवर दिखा चुके हैं।
सूत्रों के मुताबिक शिवपाल सपा प्रमुख अखिलेश के रवैये से बेहद आहत हैं और अपमानित महसूस कर रहे हैं। उनके करीबियों का कहना है कि लगातार चुनाव में शिवपाल ने अखिलेश और सपा के समर्थन में हर कदम उठाया। यहां तक कि अपनी पार्टी को कुर्बान कर खुद भी ‘साइकिल’ चुनाव चिह्न से लड़े। अपनी पार्टी के नेताओं को टिकट दिलाने के लिए जो सूची अखिलेश को दी, उसमें से एक भी टिकट नहीं दिया गया। इन सब मामलों से भी शिवपाल नाराज चल रहे थे।