केंद्र सरकार ने कोरोना महामारी से अनाथ होने वाले बच्चों के पुन विकास के लिए एक प्रक्रिया तय की है। ऐसे बच्चों को गोद लेने के प्रस्ताव वाले संदेशों की बाढ़ आने के बाद महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने सूचना जारी की है।
वह ऐसी किसी गतिविधि में शामिल होने या उसे बढ़ावा देने से दूर रहें, जो कानूनी प्रावधानों के खिलाफ हो।
मंत्रालय ने कहा है कि जिन बच्चों ने अपने माता-पिता दोनों को इस कोविड के कारण खो दिया है, उन्हें हर हाल में जिला बाल कल्याण समिति के सामने 24 घंटे के अंदर लाया जाएगा।