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Prayagraj Bhartiya Sanskritik Parishad : भारतीय सांस्कृतिक परिषद की विद्वत् बैठक

Prayagraj Bhartiya Sanskritik Parishad : भारतीय सांस्कृतिक परिषद की विद्वत् बैठक

भारतीय सांस्कृतिक परिषद की विद्वत् बैठक
भारतीय सांस्कृतिक परिषद की बैठक डाॅ शम्भूनाथ त्रिपाठी’अंशुल’ जी की अध्यक्षता में परिषद् के राष्ट्रीय अध्यक्ष दुर्गेश दुबे के आवास पर आहुत की गयी। बैठक में संरक्षक राजेन्द्र पालीवाल, जितेन्द्र गौड़, डाॅ बी के सिंह, पंकज द्विवेदी, ब्रह्म प्रकाश मिश्र, शैलेन्द्र मिश्र, महानगरअध्यक्ष सतीश कुमार गुप्त, कमलेश दुबे, राजेन्द्र कुमार तिवारी’दुकान जी’ आदि पदाधिकारी / कार्यकारिणी सदस्य उपस्थित रहे। बैठक में परिषद् द्वारा किये गये सांस्कृतिक, साहित्यिक एवं सामाजिक कार्यों की चर्चा हुई। संस्था द्वारा आगे किये जाने वाले कार्यक्रमों पर चर्चा एवं कार्ययोजना की तैयारी का दायित्व सुपुर्द किया गया। राजेन्द्र पालीवाल ने प्रयागराज की पावन धरा पर भव्य प्रयागराज भगवान की विशालकाय प्रतिमा एवं विक्रम संवत् के प्रणेता राजा विक्रमादित्य की भी प्रतिमा को स्थापित करने के लिये शासन से अपील करने का सुझाव रखा। सभी ने सुझाव का सहृदय समर्थन किया। बैठक में मुख्य रुप से माँ गंगा के अविरल , अनवरत् , स्वच्छ प्रवाह के लिये गंगा सहित सभी नदियों के पावन तटों को हरित पौधों से आच्छादित कर उसके तटों को स्वच्छ एवं सुन्दर बनाये रखने की ओर सरकार का ध्यानाकर्षण कराने का सुझाव रखा। दुकान जी ने उपरोक्त सुझावों को मूर्तिरुप देने के लिये जनजागरुकता करने पर विशेष बल दिया। अध्यक्ष दुर्गेश दुबे ने नदियों के तटों को हरित क्षेत्र घोषित करने की माँग उठाने का सुझाव प्रस्तुत किया। विश्व के सबसे बड़े आध्यात्मिक अनुष्ठान “महाकुंभ” को ध्यान में रखते हुये धर्मतीर्थों उज्जैन , चित्रकूट, मथुरा आदि की तरह तीर्थराज प्रयागराज को भी “माँस-मदिरा” से मुक्त रखने के लिये सरकार और जिला प्रशासन का ध्यान आकृष्ट कराया। वेद-पुराण एवं धर्म-ग्रन्थों में जिस तीर्थराज की महत्ता का गुणगान हुआ हो, उसकी पवित्रता को बचाये रखना और उसके गौरव शाली इतिहास की रक्षा करना शासन एवं प्रत्येक जनमानस का नैतिक दायित्व है। उक्त विचारों एवं उद्देश्यों की पूर्ति हेतु हरसम्भव प्रयत्न हेतु सभी पदाधिकारियों ने सहयोग एवं समर्पण का संकल्प लिया। दुकान जी ने सभी को शत-प्रतिशत मतदान का संकल्प दिलाया।सभी ने भारतीय सांस्कृतिक परिषद के संस्थापक कीर्तिशेष पं0 फूलचन्द्र दुबे को भावभीनी श्रद्धाँजलि देकर उनके सामाजिक एवं सांस्कृतिक कार्यों को याद किया। कमलेश दुबे ने अभ्यागत् अतिथि पदाधिकारियों का आभार व्यक्त किया।

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