मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह ने सीएम उद्धव ठाकरे को चिट्ठी लिखकर गृह मंत्री अनिल देशमुख पर आरोप लगाए हैं। मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री को लिखे अपने आठ पृष्ठों के कथित पत्र में खुलासा किया है कि गृहमंत्री अनिल देशमुख दादरा-नगर हवेली के सांसद मोहन देलकर की आत्महत्या मामले पहले दिन से ही आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला मुंबई में दर्ज करवाना चाहते थे।
जानकारी के अनुसार, उन्होंने खत में लिखा है-“गृह मंत्री ने सचिन वाजे से कहा था कि उन्हें हर महीने सौ करोड़ जुटाने हैं। इस टारगेट को हासिल करने के लिए गृह मंत्री ने वाजे से कहा था कि मुंबई में मौजूद 1750 बार और रेस्टोरेंट से अगर 2-3 लाख भी मिल जाएं तो महीने में चालीस-पचास करोड़ रुपए जुटाए जा सकते हैं।”
हालांकि महाराष्ट्र सरकार के बयान ने इसपर सस्पेंस खड़ा कर दिया है। महाराष्ट्र मुख्यमंत्री कार्यालय ने शनिवार को कहा कि परमबीर सिंह का पत्र आधिकारिक इमेल आईडी से प्राप्त नहीं हुआ है और ना ही उसपर उनके हस्ताक्षर हैं।
बता दें कि मोहन देलकर ने मुंबई के सी ग्रीन होटल में 22 फरवरी को आत्महत्या कर ली थी। आत्महत्या से पहले लिखे गए अपने सुसाइड नोट में देलकर ने दादरा-नगर हवेली के एक प्रशासक पर खुद को परेशान करने का आरोप लगाया था। यह घटना मुंबई में होने के कारण मरीन ड्राइव पुलिस ने इस मामले में नियमानुसार एक्सीडेंटल डेथ रिपोर्ट (एडीआर) दर्ज की थी।



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