भविष्य पुराण में वृक्षों को लेकर कई प्रकार के प्रतिष्ठिता का विधान है, तथा भूमि गोचर की प्रतिष्ठा संबंधी चर्चा का विधान है ! जो व्यक्ति फूल, फल, छाया वाले वृक्षों का रोपण करता है या मंदिर या देवालय में लगता है तो अपने पितरों के बड़े २ पापों को तारता है और रोपण कर्ता इस भूलोक में महकती यश कीर्ति को प्राप्त करते है शुभ परिणाम को प्राप्त करते है !
जिनका पुत्र नहीं है , वृक्ष ही उनका पुत्र है !
वृक्ष रोपण कर्त्ता का लौकिक और पर लौकिक कर्म वृक्ष ही करते है और उन्हें उत्तम लोक प्राप्त करवाता है !
यदि कोई अश्वस्थ वृक्ष रोपण करता है तो उसके लिए वही एक लाख पुत्रों से बढ़कर है !
अशोक का वृक्ष लगाने से कभी शोक नहीं होता !
विल्व वृक्ष दीर्घ आयु प्रदान करता है !
source – bhavishya purana



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