अजीत सिंह हत्याकांड का मुख्य आरोपित शूटर गिरधारी पुलिस मुठभेड़ में मार गिराया गया। तीन दिन की रिमांड पर गिरधारी लखनऊ लाया गया था। पुलिस अभिरक्षा से फरार होने की कोशिश में मारा गया।गिरधारी ने कबूला कुंटू सिंह और सफेदपोश का पूरा कनेक्शन बताया था। बता दें, गिरधारी के एनकाउंटर की कहानी कानपुर के बिकरू कांड के आरोपी विकास दुबे के मुठभेड़ जैसी ही है। विकास दुबे को भी असलहा छीनकर भागने के प्रयास के दौरान मार गिराया गया था।
कुछ महीने पहले वाराणसी के निर्देश बबलू की हत्या के भी मास्टरमाइंड रह चुके हैं गिरधारी
आरोपित गिरधारी अपनी गिरफ्तारी देने के लिए ही दिल्ली भागा था। वारदात के बाद उसके पास फोन आया कि तुरंत लखनऊ से भागकर दिल्ली पहुंचो। वहां स्थित एक शॉपिंग मॉल में पुलिस भी पहुंच रही है। मामले की जांच में जुटे विवेचक ने बताया कि यह पता लगाया जा रहा है कि वह फोन किसका था। इसके बारे में जानकारी की जा रही है।
गोलियां बरसा कर छलनी किया था अजीत को
अजीत सिंह और उसके साथी मोहर सिंह पर शूटरों ने ताबड़तोड़ गोलियां बरसाई थीं। अजीत को 25 गोलियां मारी गई थीं। मामले में मोहर सिंह की तहरीर पर आजमगढ़ के कुंटू सिंह, अखंड सिंह, शूटर गिरधारी समेत छह लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया था। पुलिस अब तक मामले में चार लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। वहीं, मुख्य शूटर गिरधारी को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया था। इंस्पेक्टर विभूतिखंड चंद्रशेखर सिंह ने बताया कि दिल्ली पुलिस ने शूटर गिरधारी को सीजेएम कोर्ट में पेश किया था।



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