सीता जानकी नवमी की हार्दिक शुभकामनायें
जनक जी की पुत्री माँ सीता जी के पावन त्यौहार सीता नवमी और जनक जी पुत्री होने के कारण जानकी नाम पड़ा और जानकी, वैदेही, मैथिली नवमी की हार्दिक शुभकामनाये सभी देशवासियों को !
नव धवल नव पुंज ज्योतित
कमल नयन है आज मुदित
दिव्या लोक परहित सुकोमल
धरती लहती आज त्रिभुवन
वह सुमन आज पृथा बनी
माता सीता आज है जन्मी
तिहु लोक उज्वल
खोल मृदु बल आच्छादित
नील नल नीरव है
पुंज से एक किरण जो आज
आज ही कुछ यूँ धवल है
संगिनी सी यूँ मिली श्री राम से
नभ गगन ब्रह्माण्ड भी आह्लाद है
दिव्य है आनन्दित है
जन समूह क्या देव
दानव मृत्यु जीवन पाश
का कोई न वश रहा
ईश्वरीय लीला ये चकित
संसार नश्वर है
नश्वर ही लगा जब भी
मुख से नाम सिया राम का है जपा
poem by sujata mishra




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