कोई समिति नहीं चाहिए बाकी सदस्य भी अलग हो किसान बोले
नई दिल्ली सुप्रीम कोर्ट की समिति से भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह मान के अलग होने के बाद किसान नेताओं ने कहा कि हम कोई समिति नहीं चाहते और तीनों कानूनों को रद्द किए जाने से कम हमें कुछ भी मंजूर नहीं ।किसान नेताओं ने कहा समिति के तीन अन्य सदस्यों को भी इससे अलग हो जाना चाहिए। किसानों ने कहा कि प्रदर्शनकारी किसान संगठनों ने नए कानूनों पर किसानों और केंद्र के बीच गतिरोध को सुलझाने के लिए किसी समिति गठन की मांग नहीं की गई थी। वहीं कुछ नेताओं ने मान को कानूनों के खिलाफ आंदोलन में शामिल होने का न्योता भी दिया किसान संगठनों और विपक्षी दलों ने समिति के सदस्यों को लेकर आशंका जाहिर करते हुए कहा था कि इसके सदस्य पूर्व में तीनों कानूनों की पैरवी कर चुके हैं ।किसान नेता गुरनाम सिंह चौधरी ने कहा कि मान का फैसला अच्छा कदम है क्योंकि किसान यूनियन के लिए किसी भी समिति की कोई अहमियत नहीं है मान जानते हैं कि कोई भी किसान संगठन समिति के सामने पेश नहीं होगा इसलिए उन्होंने यह निर्णय लिया है। झज्जर शहर के कुलदीप सिंह चौक पर किसानों ने कृषि कानूनों की प्रतियां जलाई सीटों और पदाधिकारियों ने भी इस कानूनों की प्रतियां जलाकर विरोध जताया वहीं दिघल टोल प्लाजा पर किसानों ने धरना जारी रख कानूनों का विरोध जताया।
ट्रैक्टर परेड के लिए झोकी ताकत चंडीगढ़ 26 जनवरी की ट्रैक्टर परेड को सफल बनाने के लिए किसान नेताओं ने पूरी ताकत झोंक दी किसानों को दिल्ली की ट्रैक्टर परेड से जोड़ने के लिए किसान नेता राकेश टिकैत महाराष्ट्र और शिवकुमार कक्का राजस्थान गए। भारतीय किसान यूनियन समेत संयुक्त किसान मोर्चा ने इसके लिए अलग-अलग नेताओं को अलग-अलग प्रदेशों की कमान सौंपी है ।किसान नेता 26 जनवरी से पहले सभी राज्यों में जाकर आंदोलन की स्थिति से अवगत कराना चाहते हैं।


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