मुंबईःपहले दबाव में चल रहे बैंकों के प्रदर्शन पर 2021 में कोरोनावायरस का बड़ा असर पड़ने वाला है रिजर्व बैंक ने सोमवार को जारी वित्तीय स्थिरता रिपोर्ट में चिंता व्यक्त की है सितंबर 2021 तक बैंकों का सकल एनपीए 1 साल के मुकाबले 2 गुना14’8%पहुंच सकता है गवर्नर शक्तिकांत दास ने एफएसआर में लिखा है कि सितंबर 20 में बैंकों का सकल एनपीए 7’30 %परसेंट रहा कोविड-19 की वजह से बैंकों को कर्ज वसूलने में परेशानी होगी जिसमें इस साल सितंबर तक सफल एनपीए बढ़ कर 13′ 5% पहुंच सकता है अगर स्थितियां सबसे खराब रही तो यह आंकड़ा 14’8 % हो जाएगी इसमें भी सरकारी बैंकों पर एनपीए की सबसे ज्यादा मार पड़ेगी आरबीआई ने कहा कि सरकारी बैंकों का सकल एनपीए सितंबर 20 के 9 ‘ 7 % से बढ़कर 16′ 2 %पहुंच जाएगा इसी में निजी बैंकों का एनपीए 4’ 6 % से 7.9% और विदेशी बैंकों का बैंक लोन 2’5%से 5.4% हो सकता है सबसे खराब स्थिति में सरकारी बैंकों का एनपीए 17’6 %पहुंच सकता है।


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