एक भी आतंकी नहीं बचना चाहिए, चाहें ताज को ही बम से उड़ा दो’

रतन टाटा ने 26/11 हमले के दौरान कहा था कि चाहें पूरे ताज होटल को बम से उड़ा दो, लेकिन एक भी आतंकी नहीं बचना चाहिए। दरअसल, साल 2008 में 10 आतंकी ताज में घुस गए थे। इस दौरान कई लोगों की जान गई थी। जब सेना और पुलिस ने ऑपरेशन शुरू किया तो रतन टाटा ने खुली छूट दे दी थी। उन्होंने भारत के सबसे लग्जरी ताज पैलेस की चिंता न करते हुए आतंकियों को खत्म करने को प्राथमिकता दी थी।