Agni puran : स्वयंभू शिवलिंग और स्वर्ण खाने उत्पन्न हो गई
जब समुन्द्र मंथन हुआ तो मोहिनी रूप को देख कर भगवान शिव उन पर मोहित हो गए, और माँ पारवती को छोड़ कर मोहिनी रूप विष्णु जी के पीछे भागे !
मोहिनी पृथ्वी पर जहाँ २ भागी भगवन सही भी उनके पीछे २ भागे, और जहाँ २ भगवन शिव का वीर्य गिरा वहां २ स्वयंभू शिवलिंग और स्वर्ण खाने उत्पन्न हो गई ! लेकिन भगवन शिव पर विष्णु जी का माया जाल ज्यादा न चल सका ! और उन्होंने वे अपने रूद्र रूप में लौट आये ! भगवन विष्णु ने उन्हें तब उन्हें कहा कि पूरे भू लोक में कोई पुरुष नहीं जो मेरी माया को जीत सके, और अपने मुझे जीत लिया !



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