पूर्वांचल (वाराणसी, विंध्याचल एवं आजमगढ़ मंडल) में बीते 24 घंटों से लगातार हो रही बारिश ने भारी तबाही मचाई है। मकान गिरने से जौनपुर में चार और बलिया एवं आजमगढ़ में एक-एक महिला की मौत हो गई वहीं सात से ज्यादा लोग घायल हो गए। कई जगहों पर पेड़ और बिजली के खंभों के गिर जाने से बिजली आपूर्ति ठप हो गई।
भदोही में दो दिनों में सर्वाधिक 137 मिमी वर्षा रिकार्ड की गई। ज्ञानपुर में ब्रेकर जलने से करीब 14 घंटे तक पूरे शहर की बिजली आपूर्ति ठप रही। मौसम वैज्ञानिक एसएन पांडेय के मुताबिक अभी दो दिन तक ऐसे ही मौसम बने रहने के आसार हैं। बारिश से अरहर और तिलहन की फसल को फायदा होगा वही सब्जियों की खेती को भारी नुकसान हुआ है।
वाराणसी में पिछले 24 घंटे में 105 मिमी वर्षा रिकॉर्ड की गई। बीएचयू अस्पताल परिसर सहित शहर में कई मुहल्लों में जलभराव से लोग परेशान रहे। लोकल फॉल्ट, तार टूटकर गिरने से बिजली आपूर्ति घंटों बाधित रही। जौनपुर में दो स्थानों पर मकान गिरने से चार लोगों की मौत हो गई है। इनमें तीन एक ही परिवार से हैं। जबकि 5 लोग घायल हुए हैं।
बलिया के के संवरुपुर में बुधवार को घर की दीवार गिरने से एक महिला की मौत हो गई दो लोग घायल हो गए। वहीं आजमगढ़ जिले के निजामाबाद थाना क्षेत्र के रानीपुर चक नोनिया गांव में कच्चे मकान की दीवार गिर गई। मलबे में दब कर 60 वर्षीय कुंती देवी की मौत हो गई।
दो
वाराणसी 105 मिमी
जौनपुर 27.12 मिमी
बलिया 12.10 मिमी
मिर्जापुर 55.00 मिमी
गाजीपुर 12.00 मिमी
आजमगढ़ 39.73 मिमी
सोनभद्र 68.60 मिमी
काश! मान गए होते बात तो बच सकती थी सभी की जान
जौनपुर के सरायखानी में बृहस्पतिवार को पूरे दिन मातमी सन्नाटा पसरा रहा। लोगों की जबान पर यह चर्चा रही कि काश भरत लाल ने बुधवार की रात पड़ोसियों की बात उन्होंने मान ली होती तो शायद आज यह दिन नहीं देखने को मिलता।
बुधवार की रात करीब 11 बजे बगल स्थित एक कच्चे मकान की एक दीवार गिर गई थी, जिसके बाद सभी लोग एकजुट हुए थे। इसकी सूचना भरत लाल को भी दी गई थी। साथ ही कहा गया कि दूसरे कमरे में जाकर सोए। जिस पर उन्होंने कहा था कि कुछ देर बाद दूसरे कमरे में चले जाएंगे। लेकिन, किन्हीं कारणों से वह वही लेटे रहे और सुबह करीब 4 बजे मकान गिर गया।
मलबे में दबकर तीन लोगों की मौत हो गई। वहीं, हादसे की खबर सुनकर मायके से पहुंची भारत लाल की मां सांवली देवी का रो-रो कर बुरा हाल है। घटना के एक दिन पहले भरत लाल की मां सांवली देवी अपने ज्येष्ठ पुत्र राजेश के साथ अपने मायके गई थी।
चार मौतों के बाद जागा प्रशासन
जौनपुर जिले के अलग-अलग स्थानों पर दीवार गिरने से मलबे में दबकर चार लोगों की मौत होने के बाद प्रशासन हरकत में आ गया। प्रशासन ने मृतकों के आश्रितों की मदद के लिए कोशिशें तेज कर दी है। एडीएम राम प्रकाश ने डीएम के माध्यम से सचिव और राहत आयुक्त को पत्र भेजा है। जिसके मुताबिक सदर तहसील क्षेत्र के सकल देल्हा गांव निवासी उर्मिला देवी की दीवार के मलबे में दबने से मौत हो गई है।
इसके अलावा मछलीशहर क्षेत्र के सरायखानी गांव निवासी भरत लाल व उनकी पत्नी गुलाबा देवी एवं उनकी बेटी साक्षी की भी मौत हुई है। इस हादसे में उनके परिवार के दो लोग घायल हो गए हैं। एडीएम ने बृहस्पतिवार को दोपहर में सरायखानी गांव में पीड़ित परिवार के परिजनों से मिलकर उनको सांत्वना भी दी। साथ ही प्रशासन की ओर से हर संभव मदद का आश्वासन दिया।
उन्होंने बताया कि मृतकों के आश्रितों को चार-चार लाख रुपये सहायता राशि दिलाने की कोशिश की जा रही है। आश्रितों को पक्के आवास के लिए विकास विभाग को निर्देशित किया गया है। उन्होंने बताया कि सचिव और राहत आयुक्त को डीएम के माध्यम से पत्र भी भेजा गया है।


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