Jan Media TV

जनता की खबर , जनता तक

Advertisement

Mumbai Sakinaka Rape Case निर्भया कांड ने फिर से किया देश को शर्मसार, समाज, सरकार संवेदनहीन

Mumbai Sakinaka Rape Case निर्भया कांड ने फिर से किया देश को शर्मसार, समाज, सरकार संवेदनहीन

देश में बढ़ते हुए बलात्कार और हिंसा के केस हमे यह सोचने पर मजबूर करते हैं कि इस तरह ना जाने कितनी निर्भया मजबूर हैं अपनी जिंदगी खोने के लिए, Mumbai Sakinaka Rape case एक बार फिर समाज को सोचने के लिए मजबूर करता है कि क्या व्यवस्थाएं ऐसी ही चलती रहेगी, समाज एक बार फिर मोमबत्ती जलाकर अपनी खानापूर्ति करेगी, विपक्ष सरकार और कानून व्यवस्था की दुहाई देगी, सरकार कड़ी कार्यवाही का आश्वासन, कानून अपनी कई वर्षों की कछुआ चाल निर्णय प्रक्रिया चलाएगा, फिर कुछ को सज़ा और कुछ छूट जाएंगे, जो छूट जाएंगे उनको सरकार के प्रतिनिधि सिलाई मशीन बांट कर कुछ लोगों को खुश करने की कोशिश करेगी।

Mumbai Sakinaka Rape Case तमाचा है इन सभी लोगों को जो हिमायती है कि एक दिन अपने आप सभी कुछ ठीक हो जाएगा। सभी अपनी अपनी औपचारिकता निभा कर व्यस्त हो जाते हैं और इनतज़ार करते हैं इसी तरह की किसी अन्य घटना की, जिससे अपनी औपचारिकता को फिर से निभा सकें।

Mumbai Sakinaka Rape Case समाज और सरकार के लिए चेतावनी है कि अगर हम अभी भी संजीदा नही हुए तो आने वाला समय भविष्य की पीढ़ी को नारकीय जीवन व्यतीत करने के लिए मजबूर कर देगा। जिस दरिंदगी का परिचय Mumbai Rape Case में विक्टिम के साथ किया गया है यह बताता है कि अपराधियों में कानून, समाज , सरकार किसी का भी डर नही रह गया है , और यह डर का ना होना परिणाम है हमारी संवेदनहीनता का। समाज के तौर पर हम किसी तरह का दवाब इन अपराधियों पर डालने में नाकामयाब रहे है, और यही हाल कानून और सरकार का भी है। शिक्षा व्यवस्था, समाज का पश्चिमी करण और बाज़ारीकरण भी इसके लिए काफ़ी हद तक जिम्मेदार हैं ,जहाँ नारी को सिर्फ़ उपभोग की वस्तु समझा जाता है।

Mumbai Rape Case को हम सभी को अंतिम चेतावनी के तौर पर लेनी होगी, समाज को अपनी शिक्षा व्यवस्था, संस्कार, और सरकार पर दवाब बनाना ही होगा, सरकार को भी इस तरह के अपराधों को रोकने के लिए दृढ़ इच्छाशक्ति का परिचय दिखानी होगी, कानून को त्वरित और कठोरतम कार्यवाही करनी चाहिए और ऐसे लीक से हटकर ऐसे निर्णय लेने चाहिये, जिससे किसी भी अपराधी को इस तरह अपराध करने से पहले उससे मिलने वाली सज़ा से उसका दिल दहल जाय, और हर तरह का सामाजिक बहिष्कार बिना किसी सहानुभूति के होना चाहिए, और बहिष्कार होना चाहिये उन लोगों का भी जो इस तरह के अपराधियों से किसी भी तरह की सहानुभूति रखते हैं।

इस तरह के कदम उठाकर ही हम Mumbai Rape Case विक्टिम को सच्ची श्रद्धांजलि दे सकते हैं। बाकी अगर अब भी हम नही चेते तो अपने आने वाली पीढ़ी के गुनाहगार हम सभी होंगे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *