कटनी से आदेश खरया
कटनी। वर्षाकाल दौरान रेत उत्खनन पर लगी पाबंदी के बावजूद खनिज विभाग और एनजीटी के अफसरों के मौन संरक्षण में रेत का अवैध उत्खनन कटनी जिले में धड़ल्ले से जारी है। इतना ही नहीं रेत ठेकेदार विस्टा कंपनी द्वारा जगह जगह रेत का अवैध भंडारण भी किया जा रहा है। जिसकी लगातार शिकायतों को भी प्रशासनिक अधिकारी नजर अंदाज किए हुए हैं।
नदी में उतार दी पोकलेन
एनजीटी के द्वारा वर्षाकाल दौरान रेत के खनन पर लगी पाबंदी को दरकिनार कर कटनी जिले में महानदी से रेत का अवैध उत्खनन बदस्तूर जारी है। यहां नियमो की धज्जियां उड़ा एक दो नहीं बल्कि 3 -3 पोकलेन जैसी बड़ी-बड़ी मशीनें महानदी में उतारकर रेत निकाली जा रही है। कटनी जिले के बड़वारा थाना क्षेत्र के लालपुर घाट में नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के गाईड लाईन और मध्य प्रदेश पर्यावरण सिया की शर्तों की धज्जियां उड़ती नजर आ रही है….। ऐसा ही नजारा हर कही देखा जा सकता है कि कैसे रात के अंधेरे में रेत को जे सी बी व पोकलेन से निकाला जा रहा है। पोकलिन मशीनों के जरिए रैंप बना कर नदी की छाती को छलनी करने का काम किया जा रहा है..
बरुआ में हो रहा अवैध भंडारण
इतना ही नहीं विस्टा कंपनी द्वारा विजयराघवगढ़ के ग्राम बरुआ व जंगल पुरैनी में अवैध रूप से रेत का भंडारण भी करने की शिकायत आम हो चुकी है। विजयराघवगढ़ के ग्राम बरुआ में देख सकते है कि कैसे रेत का भंडारण किया गया है जब कि वहां के लोगों के मुताबिक इस क्षेत्र में न तो कोई रेत खदान स्वीकृत है और ना ही दी किसी प्रकार से रेत भंडारण की कोई अनुमति है। ये रेत का खेल नेताओं अधिकारी की मिलीभगत से चल रहा है और विस्टा कम्पनी नियमों को ठेंगा दिखा कर रुपया छापने में लगी है।
सरकार की नहीं ठेकेदार की पर्ची है वजनदार
वही दूसरी ओर ग्राम बरुआ में ट्रेक्टर ट्राली में रेत भर रहे ड्राइवर राजेश लोधी ने बताया कि वो यहाँ से 1200 रु प्रति ट्रैक्टर ट्रॉली के हिसाब से रेत लेता है और बरुआ नाके में 3500 रु की पर्ची विस्टा कम्पनी काटती है जिसकी कम्पनी इन्हें रशीद भी देती है, ड्राइवर ने बताया कि उसे देख कर कोई भी अधिकारी व पुलिस वाले उस गाड़ी को नही रोकते है। कटनी में शासन की पर्ची नही कटती है यहाँ पर सिर्फ विस्टा कम्पनी की ही पर्ची कट रही है जिस से सरकार को राजस्व का नुक़सान हो रहा है।
सांसद ने कहा होगी कार्यवाही
इस मुद्दे पर जब बीजेपी के प्रदेश अध्य्क्ष और क्षेत्र के सांसद विष्णु दत्त शर्मा से सवाल किया गया तो उन्होंने भी हर बार की तरह इस बार भी कार्यवाही कराए जाने की बात कह अपना पल्ला झाड़ लिया। पर हकीकत ये है अभी तक तो कोई कार्यवाही नहीं की गई है। अवैध खनन, परिवहन और भंडारण के संबंध में जिले के खनिज अधिकारी से जब कार्यवाही ना होने के विषय में पूछा गया तो उन्होंने बड़ी ही सफाई से उन्हें जानकारी ना होने की बात कही। साथ ही कहा वे फ़ाइल देख कर ही वो कुछ बता पाएंगे। कम्पनी की पर्ची पर चल रहे परिवहन के सवाल पर उन्होंने जरूर कार्यवाही करने की बात कही। लेकिन कार्यवाही होगी इस पर संदेह है।
सरकार और उसके नुमाइंदे नतमस्तक
कलेक्टर से लेकर जिम्मेदार अधिकारी रेत के खेल में अगर रोक लगा पाते तो शायद ऐसी तस्वीरें आपके सामने नही आ पातीं। लेकिन साहब करें भी तो क्या और कैसे…. ये रेत खदान विस्टा कंपनी की है जिसके रसूख के आगे सरकार भी नतमस्तक है। इस तरह के तमाम सवाल हैं जो इस बात की तस्दीक करते हैं कि जिले में चल रहे अवैध रेत के कारोबार को रोकना सरकार और उसके नुमांईदों के बूते की बात नही है….।


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