मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ट्रिपल टी (टेस्ट, ट्रेस और ट्रीट) मॉडल के साथ ही मंडल व जिलों के स्थलीय निरीक्षण का व्यापक प्रभाव पड़ा है। बीते 24 घंटे में उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण के 3,981 मामले सामने आए और 11,918 लोग स्वस्थ घोषित किए गए। अब तक 76,703 सक्रिय मामले बने हुए हैं। ठीक होने की दर 94.3 फीसदी हो गई है। वहीं, एक दिन में 157 मरीज कोरोना से जंग हार गए। एक दिन में 3,26,399 सैंपल की जांच की गई। इस टेस्ट की बढ़ती संख्या के बावजूद प्रदेश सक्रिय मामलों की संख्या में लगातार कमी दर्ज की गई है।
प्रदेश में अब 75 में से 49 ऐसे जिले हैं जहां पर एक्टिव केस संख्या घटकर हजार से नीचे आ गयी है। बीस जिले ऐसे हैं जहां पर सक्रिय केस 500 से भी कम है। सूबे की राजधानी लखनऊ में जहां 24 घंटे में छह हजार से नए मामले आते थे, अब एक्टिव केस की संख्या 5458 है।
साथ ही कोरोना की जांच के बाद पोर्टल पर गलत ब्यौरा दर्ज करने का मामला सामने आया है। इसके मुताबिक, पोर्टल पर दर्ज 8,876 का ब्यौरा गलत होने से कांटेक्ट ट्रेसिंग प्रभावित हुई है। केजीएमयू, लोहिया और एसजीपीजीआई से 1 से 20 मई के बीच जांच के बाद कोविड पोर्टल पर अपलोड किया गया ब्यौरा या तो गलत या अधूरा है। एक ही व्यक्ति की दूसरी या तीसरी जांच कराने पर हर बार नई आईडी जेनरेट की गई। जिसके चलते संक्रमितों की संख्या भी बढ़ रही थी। प्रभारी अधिकारी डॉ रोशन जैकब की शिकायत के बाद डीजी मेडिकल एजुकेशन ने तीनों संस्थानों को पत्र भेजा है।



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