तिल भाण्डेश्वर मंदिर बनारस
तिल भाण्डेश्वर मंदिर बनारस में स्थित ऐसा मंदिर है जहाँ भगवन शिव शम्भू का स्वयमेव लिंग बन गया था ! इस शिवलिंग के बारे में मान्यता है कि यह प्रतिदिन तिल के बराबर बढ़ता है !
अभी इस समय इस लिंग की ऊंचाई ३५ फ़ीट हो चुकी है ! १८ ईसवीं में स्थापित यह तिल भाण्डेश्वर मंदिर बनारस में काफी विख्यात है !
यह एक चमत्कारिक तौर पर देखे जाने वाली घटना है कि तिल भाण्डेश्वर महादेव मंदिर में स्वयं भू शिव लिंग प्रतिदिन तिल के बराबर आकर में बढ़ जाते है !
कई बार इस शिवलिंग को ध्वस्त करने के लिए सम्राट अशोक के समय और औरंगजेब के समय में सैनिक आये लेकिन इस शिवलिंग को ध्वस्त नहीं कर पाए !
तिल भाण्डेश्वर का मंदिर शिव भगवान को समर्पित है, जो की पांडव हवेली बंगाली टोला इंटर कॉलेज भेलुपुर बनारस !
ऐसा माना जाता है कि शिवलिंग खुद से निर्मित हुआ था २५०० साल पहले !
३ फ़ीट में फैला और ३.५ फ़ीट ऊंचाई का शिव लिंग स्वयंभू स्वयं निर्मित है ! यह भी माना जाता है कि माता शारदा भी इस मंदिर में रहती थी !
तिल भाण्डेश्वर मंदिर जिस स्थान पर है वहां पहले तिल की खेती होती थी, और कुछ दिनों के पश्चात वहां यह शिवलिंग स्वयं निर्मित हो गया और तब से लेकर अब तक लोग तिल चढ़ा कर इनकी पूजा अर्चना करते है !
और इसका जिक्र शिव पुराण में में मिलता है ! इस मंदिर में प्रतिदिन अगर दर्शन किया जाए तो किया गया पाप भी तिल भर आकर में रोज घटता जाता है !
यह मंदिर सुबह ५ बजे से खुलता है और रात्रि ९ बंद हो जाता है वही गर्भ गृह १ से ४ बजे तक बंद रहता है !



Leave a Reply