चीनी भारतीय वोटर्स को लुभाने के लिए बंगाल चुनाव में TMC ने बनाई ये रणनीति
West Bengal Assembly Elections 2021: यह इलाका चाइना टाउन (China Town) के नाम से जाना जाता है। यहां चाइना टाउन में लगभग 2 हजार चीनी भारतीय वोटर हैं। टीएमसी समर्थकों का कहना है कि इस समुदाय के वोटरों को हिंदी और बंगाली भाषा कामचलाऊ आती है। इसलिए पार्टी उनकी मातृभाषा में चुनाव प्रचार कर रहे हैं, ताकि वे आसानी से बात को समझ सके
कोलकाताः पश्चिम बंगाल में 27 मार्च से विधानसभा चुनाव शुरू हो रहा है। कोलकाता के पूर्वी हिस्से में चुनाव प्रचार चीनी भाषा में चल रहा है। सुनने में अजीब लगे, लेकिन येएकदम सच है। पूर्वी कोलकाता के दो से तीन विधानसभा क्षेत्रों में चीनी मूल के लगभग 2000 वोटरों को रिझाने के लिए तृणमूल कांग्रेस (TMC) वॉल पेंटिंग के जरिए चीनी भाषा में इश्तेहार दे रही है। इसमें टीएमसी के पक्ष में चीनी मूल के भारतीय मतदाताओं से मतदान करने की अपील किया जा रहा है।
यह इलाका चाइना टाउन (China Town) के नाम से प्रसिद्ध है। यहां लगभग 2 हजार चीनी भारतीय वोटर है। टीएमसी समर्थकों का कहना है कि इस समुदाय के वोटरों को हिंदी और बंगाली भाषा कामचलाऊ ही आती है। इसलिए पार्टी उनकी मातृभाषा में चुनाव प्रचार किया जा रहा हैं, ताकि वे आसानी से समझ सके।पूर्वी कोलकाता के इंटाली विधानसभा और कस्बा विधानसभा जैसी सीटों पर चीनी मूल के वोटर हैं। इसी इलाके में चीनी भाषा में प्रचार किया जारहा है। पार्टी के होर्डिंग्स चीनी भाषा में तैयार किया गया हैं। पम्पलेट भी चीनी भाषा में छपवाए गए हैं। इंटाली से स्वर्ण कमल साहा मौजूदा विधायक हैं। टीएमसी समर्थकों के मुताबिक ये इश्तेहार उन्होंने लिखवाया है।
इस बारे में इंटाली से बीजेपी की प्रत्याशी प्रियंका टिबड़ेवाल कहती हैं, ‘मैं अलग भाषा जाति के नाम पर कभी वोट नहीं मांगूंगी। ये टीएमसी वाले यही बांटने का काम करते हैं।


Leave a Reply