Jan Media TV

जनता की खबर , जनता तक

Advertisement

एक बाल वैज्ञानिक जिसको President Gallantry Award के लिए किया गया नोमिनेट

एक बाल वैज्ञानिक जिसको President Gallantry Award के लिए किया गया नोमिनेट

लखनऊ के 16 साल के देवांश शर्मा ने आविष्कार के क्षेत्र में अपने देश का नाम शीर्ष पर पहुंचा दिया। देवांश शर्मा को गीले कचरे से डीजल में बनाने की लिए President Gallantry Award के लिए नोमिनेट भी किया गया है। साथ ही देवांश ने आविष्कार के क्षेत्र में क‌ई पुरस्कार भी हासिल किए है। उनका चयन United Nation Indian Science एडवाइजर के तौर पर भी हुआ है।

देवांश ने अपने जीवन के बारे में बताते हुए कहा कि “जब मुझे शिक्षा की अत्यंत आवश्यकता थी तब मैं कई सत्ता पक्ष के वरिष्ठ नेता और राजनेताओं के पास गया। उन्हें बताया कि कैसे मैं राष्ट्रपति पुरस्कृत हूं और मैंने दो आविष्कार किए हैं लेकिन पिता की मृत्यु के कारण में शिक्षा में कुछ व्यवधान उत्पन्न हो रहे हैं। किसी एक व्यक्ति ने मेरी मदद नहीं की।”

देवांश ने आगे कहा “मैं अखिल भारतीय ब्राह्मण महासभा के अध्यक्ष पंडित राजेंद्र नाथ त्रिपाठी जी के पास गया जिनका फेसबुक पर मेरे पिताजी फॉलो करते थे। उनको मैंने अपनी पूरी व्यथा बताई। उन्होंने कहा अभी तुम मेरे पुत्र जैसे हो आज से मैं तुम्हें गोद लेता हूं। तुम्हें हर प्रकार की गंदी राजनीति से दूर रख लूंगा और एक पिता की तरह तुम्हें शिक्षा ग्रहण करवा कर भारत का सर्वश्रेष्ठ वैज्ञानिक बनाऊंगा। नमन है ऐसे महापुरुष को जो मुझे राजनीति के गंदे पक्ष विपक्ष की धारा से दूर रख कर शिक्षा के गंगाजल रूपी निर्मल धारा से जोड़कर सही राह दिखाना चाहते हैं। भगवान परशुराम करे आप जैसे पिताजी सबको मिले।”

देवांश ने यह भी कहा कि उनकी शिक्षा से लेकर सामाजिक ज्ञान तक, हर चीज को उनके पिताजी पंडित राजेंद्र त्रिपाठी ने उपलब्ध कराया। साथ ही पंडित राजेंद्र त्रिपाठी ने एक पिता की तरह हर बार देवांश को मार्गदर्शन भी दिया। अपनी तरह उन्होंने देवांश को सरल स्वभाव रखने की शिक्षा दी साथ ही इस बात पर घमंड करने से मना किया कि वे इतने उच्च पद पर हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *