14 मार्च को मिर्जापुर और सोनभद्र आगमन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंंद का विंध्याचल से हैगहरा नाता
14 मार्च को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद मिर्जापुर और सोनभद्र में आगमन प्रस्तावित है। राष्ट्रपति का विंध्याचल से गहरा नाता जुड़ा है। राष्ट्रपति विंध्याचल की प्रत्येक गलियों की अच्छी जानकारी हैं। इतना ही नहीं वे विंध्याचल के नामचीन चेहरों को भी भलीभांति जानते व पहचानते हैं।
राष्ट्रपति का ताज मिलने से पहले वे आरएसएस के पदाधिकारी भी रहे थे। विंध्याचल में लगभग 15 वर्षों तक रहे है। उनका सबसे पसंदीदा निवास मां विंध्यवासिनी मंदिर के ठीक बगल स्थित खत्री धर्मशाला था। विंध्याचल आने पर वे यहीं पर रुकते थे। एक बरामदे में बैठकर वे पूजा-पाठ के साथ ही मां विंध्यवासिनी की साधना करते थे। राष्ट्रपति पूड़ी-सब्जी, जलेबी व दही के शौकीन भी है।
फतेहपुरी मिष्ठान के संचालक लोकतंत्र सेनानी रहे स्वर्गीय विंध्यवासिनी प्रसाद से उनका गहरा रिश्ता रहा । जब-जब विंध्याचल में उनका आगमन होता रहा तो विंध्याचल के निवासी दीपू पाठक के द्वारा उनको मां विंध्यवासिनी के दर्शन-पूजन के साथ ही उनके दिनचर्या की जो भी जरूरत होती थी, वह पूरा करते थे। विगत वर्ष दीपू पाठक कैंसर से पीड़ित होकर स्वर्गवासी हो गए


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