कानपुर के चिड़ियाघर में दो कुएं के मर जाने पर वहां के प्रशासन ने जांच करवाई आई रिपोर्ट यहां के पानी में भी बर्ड फ्लू के वायरस पाए जाने पर चिड़ियाघर में भी दहशत फैल गई।वहां के चिड़ियाघर के प्रशासन ने अपनी निजी कंपनियों को बुलाकर दोनों तालाबों में रसायनिक पदार्थ दिन में तीन बार पक्षियों के बाड़ों की सफाई की कवायद भी शुरू कर दिया।बर्ड फ्लू फैलने से 935 पक्षियों के जीवन संकट में हुए।चिड़ियाघर में टीम ने कौवा के बैठने के स्थान से उनके मल का सैंपल लिया और पटाखों के माध्यम से अन्य कौवों को भगाने का काम शुरू कर दिया है।
जांच रिपोर्ट पर उठाए सवाल
उनका कहना है कि जो पानी और मिट्टी के सैंपल भेजे गए थे उन्हें मृत कौवों के सैंपल में मिला दिया गया है। इस कारण जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। अलग-अलग सैंपलों की जांच होती तो रिपोर्ट सही आती।ऐसे में यह कहना बड़ा मुश्किल है कि कहां का पानी संक्रमित है। हम लोग लगातार सतर्कता बनाए हुए हैं और साफ-सफाई भी कराई जा रही है।


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