सेक्टर 4 के शिविर गंगा में कटान से खतरे में
बालू की बोरियों से कटान रोकने का प्रयास, शिविर से 50 मीटर दूर रह गई है गंगा की धारा।
प्रयागराज माघ मेला क्षेत्र में गंगाजल की शुचिता और स्नानार्थी को स्वच्छ गंगा उपलब्ध कराने के लिए नरोरा समेत अन्य स्थानों से छोड़ा गया पानी अब मुसीबत बन गया है। बुधवार को सेक्टर 4 में गंगा की कटान फिर तेज हो गई इससे वाराणसी के मछली बंदर शिविर पर खतरा मंडराने लगा। अफसरों के मुताबिक शिविर संचालकों को आपात स्थिति के लिए सचेत रहने को कहा गया है। कई विभागों के अफसर दिन में मौके पर डटे रहे हैं। बालू की बोरियां लगाकर कटान रोकने के प्रयास देर रात तक किए जाते रहे। गंगा की कटान से मुनि आश्रम कानपुर शिविर के चार तंबू हटाए जा चुके हैं। नियमानुसार घाट से 200 मीटर दूर शिविर स्थापना के लिए जमीन दी गई है गंगा के कटान से सिमटकर करीब 50 मीटर रह गई है।कटान इतनी तेज है कि किनारों पर काम करना मुश्किल हो रहा है। अब गंगा की जद में वाराणसी का मछली बंदर शिविर आ सकता है संचालकों से दुविधा है कि यह ऐन मौके पर क्या करें कटान मे तेजी बनी रही तो शिविर में तंबू एहतियातन हटवाए जा सकते हैं।
Prayagraj Maghmela 2021 सेक्टर 4 के शिविर गंगा में कटान से खतरे में



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