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कोविड प्रबंधन से जुड़े कार्यों के लिए धन की कोई कमी नहीं: मुख्यमंत्री

कोविड प्रबंधन से जुड़े कार्यों के लिए धन की कोई कमी नहीं: मुख्यमंत्री

– इस कार्य में रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) का सहयोग मिल रहा है। मुख्यमंत्री ने ऑक्सीजन प्लांट की स्थापना के लिए स्थान चिन्हित करके आज से ही युद्धस्तर पर कार्यवाही शुरू करने का निर्देश दिया। इस पूरी कार्यवाही पर स्वास्थ्य मंत्री एवं अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य को सीधी नजर रखने को कहा है।उन्होंने बताया कि लखनऊ स्थित अवध शिल्प ग्राम में एचएएल के सहयोग से एक नया सभी सुविधाओं वाला कोविड हॉस्पिटल तैयार किया जाएगा।

स्वास्थ्य विभाग एचएएल से समन्वय स्थापित कर इसे तत्काल चालू करे। उन्होंने बताया कि रविवार को घोषित साप्ताहिक बन्दी कोविड संक्रमण का प्रसार कम रखने के लिए लागू किया जा रहा है। सभी जनपदों में इसे प्रभावी बनाया जाए। इस अवधि में पूर्व निर्धारित परीक्षाएं हो सकेंगी। अभ्यर्थी प्रवेश पत्र दिखाकर आवागमन कर सकेंगे। सार्वजनिक परिवहन आधी क्षमता के साथ संचालित किए जाएं। साप्ताहिक बन्दी के दौरान औद्योगिक इकाइयों को बन्दी से छूट होगी।यह भी निर्देश दिए गए हैं कि सरकारी अस्पतालों में इमरजेंसी सेवाओं तथा आवश्यक सेवाओं को छोड़कर, जनरल ओपीडी का संचालन स्थगित किया जाए। साप्ताहिक बन्दी के दौरान चिकित्सा एवं स्वास्थ्य से जुड़ी आवश्यक सेवाएं एवं आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति जारी रहेगी। इस अवधि में स्वच्छता एवं sanatijer का अभियान तेजी से चलाया जाए। UP पंचायत के मतदान के लिए पोलिंग पार्टियों की रवानगी का कार्य संचालित होता रहेगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि साप्ताहिक बन्दी के दौरान शादी-विवाह आदि के पूर्व निर्धारित कार्य कोविड प्रोटोकॉल का अनुपालन सुनिश्चित करने होंगे। हॉल में अधिकतम 50 एवं खुले मैदान पर होने वाले आयोजनों में अधिकतम 100 लोग ही उपस्थित हो सकते हैं। इस आदेश का सख्ती से पालन कराया जाए।उन्होंने सभी जनपदों के कोविड अस्पतालों में ऑक्सीजन की अनवरत आपूर्ति बनी रहे।

ऑक्सीजन उपलब्धता की दैनिक समीक्षा का जायज़ा लंगे। प्रत्येक जनपद में चिकित्सा कर्मियों, कोविड बेड, दवाओं, मेडिकल उपकरणों तथा ऑक्सीजन की पर्याप्त उपलब्धता हमेशी बनी रहे। एम्बुलेंस सेवाओं का सुचारु संचालन सुनिश्चित हो। सभी अस्पतालों में अगले 36 घंटों के लिए अनुमानित ऑक्सीजन की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। रेमिडीसीवीर सहित किसी भी प्रकार के जीवनरक्षक दवाओं की कोई कमी नहीं है। सभी जिलों में इनकी उपलब्धता सुनिश्चित रखी जाए। इस कार्य में किसी प्रकार की शिथिलता स्वीकार्य नहीं है। इस कार्य की सतत मॉनिटरिंग राज्य मंत्री अतुल गर्ग करेंगे। उन्होंने कहा कि निजी मेडिकल कॉलेजों में जहां ऑक्सीजन सिलेंडरों की कमी के कारण आईसीयू बेड उपलब्ध नहीं हो पा रहे हैं, ऐसे संस्थानों को राज्य सरकार द्वारा सिलेंडर उपलब्ध कराया जाए। इस व्यवस्था को डीजी मेडिकल एजुकेशन सुनिश्चित करेंगे।शुक्रवार को निजी प्रयोगशालाओं में 19 हजार से अधिक टेस्ट किये गए। सरकारी स्तर पर एकत्रित सैम्पल निजी प्रयोगशालाओं को भेजा जाए। जिला प्रशासन क्वालिटी कंट्रोल सुनिश्चित करें।उन्होंने सभी जिलों में डेडिकेटेड कोविड हॉस्पिटल की संख्या बढ़ाए जाने का निर्देश दिया। एल-2 व एल-3 स्तर के अस्पतालों की संख्या में लागातर बढ़ोतरी की जाए। कहीं भी बेड की कमी कतई न हो। अस्पतालों में प्रशिक्षित मानव संसाधन की व्यवस्था सुनिश्चित करें। चिकित्सा शिक्षा मंत्री के स्तर से इस व्यवस्था की मॉनिटरिंग की जाए। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण की दर में बढ़ोतरी हो रही है। थोड़ी सी लापरवाही भारी पड़ सकती है। पब्लिक एड्रेस सिस्टम का भरपूर उपयोग कर लोगों को जागरूक किया जाए। जागरुकता के लिए प्रचार-प्रसार संबंधी सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएं। सार्वजनिक स्थानों पर कोविड हेल्प डेस्क पूरी तरह सक्रिय रहें। सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहनना अनिवार्य करें। आवश्यकतानुसार इंफोर्समेंट की कार्रवाई भी की जाए।मुख्यमंत्री ने आश्वस्त किया है कि कोविड प्रबंधन से जुड़े कार्यों के लिए धन की कोई कमी नहीं है। सभी जनपदों में क्वारन्टीन सेंटर संचालित किए जाएं। क्वारन्टीन सेंटरों में आवश्यक चिकित्सकीय सुविधाओं के साथ-साथ भोजन और शयन की समुचित व्यवस्था हो। दूसरे प्रदेशों से आ रहे लोगों का समुचित टेस्ट कर आवश्यकतानुसार क्वारेंटाइन किया जाए।

– साप्ताहिक बन्दी के दौरान औद्योगिक इकाइयों को रहेगी छूट 

लखनऊ, 17 अप्रैल (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को टीम-11 के साथ वर्चुअल बैठक में कोविड मरीजों की चिकित्सकीय सुविधा को सुदृढ़ करने के लिए आवश्यक निर्देश दिए। मुख्यमंत्री आरोग्य स्वास्थ्य मेले का आयोजन भी 16 मई तक स्थगित कर दिया गया है।

मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश में ऑक्सीजन की आपूर्ति सुचारू है। इसके बावजूद प्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर अतिशीघ्र 10 नए ऑक्सीजन प्लांट स्थापित किए जाएंगे।

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