विवाह में आ रही रुकावट तो करें यह उपाय होगा लाभ
इस समय वैवाहिक उत्सव चल रहा है और हर जगह मांगलिक कार्यक्रम देखने को मिल रहे हैैं परन्तु फिर भी कई लोग ऐसे हैं जिनको योग्य वर-वधु नहीं मिल रहे है किसी ना किसी कारण से विवाह में बाधा आ जाती है या फिर किसी कारणवश विवाह में देरी हो रही है तो आचार्य धीरज द्विवेदी “याज्ञिक” जी के बताए अनुसार ये ज्योतिष के उपाय आपकी मदद कर सकते हैं। ये उपाय विवाह संबंधित अड़चन को खत्म करते हैं और घर में जल्द ही मंगल कार्य संपन्न होता है आइए जानते हैं उन उपाय के बारे में…..
इनकी पूजा से मिलता है आशीर्वाद –
विवाह के इच्छुक युवक-युवतियां हर रोज मंदिर जाकर शिव-पार्वती की पूजा करें। ऐसा करने से विवाह में हो रही देरी करने वाले ग्रह बाधा दूर होती है।
शिव पुराण के अनुसार भगवान शिव ने माता पार्वती को उनकी तपस्या से प्रसन्न होकर ही पत्नी रूप में स्वीकार किया था इसलिए भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करने से विवाह में आ रही अड़चन दूर होती है।
कन्याएं रखें यह व्रत-
कन्या शिव जी जैसा पति प्राप्त करने के लिए 16 सोमवार का व्रत रखकर लाभ प्राप्त कर सकती हैं यह व्रत आप सावन के पहले सोमवार से शुरू कर सकती हैं ध्यान रखें कि शिवजी की पूजा में गंगाजल और भस्म अर्पण का विशेष महत्व बताया गया है, इनकी कृपा से विवाह में कोई परेशानी नहीं आती है।
कुंडली अनुसार पूजा करने से बनते हैं विवाह के योग-
कुंडली में सप्तमेश विवाह का भाव है जब पंचम भाव के स्वामी चंद्रदेव पंचम भाव में स्थित हों और सप्तम भाव के स्वामी सप्तम भाव में स्थित हैं तो विवाह के योग बनते हैं। यदि ऐसा संयोग न बन रहा हों तो सप्तमेश की पूजा करना युवक-युवतियों के लिए अति आवश्यक है इससे विवाह के योग शीघ्र बनते हैं और हर तरह की परेशानी खत्म हो जाती है।
जपें यह मंत्र-
युवतियों के लिए मंत्र -ऊं कात्यायनि महामाए महायोगिन्यधीश्वरी।
नंदगोप सुतं देवि पतिं में कुरु ते नमः।।
युवकों के लिए मंत्र-ऊं पत्नीं मनोरमां देहि मनोवृत्तानुसारिणीम्।
तारिणीं दुर्गसंसार सागरस्य कुलोद्भवाम्।।
उपरोक्त मंत्रों को मां भगवती का पूजन करके स्वयं या योग्य ब्राह्मण से अनुष्ठान कराने से मनोकामना पूर्ण होती है।
यह रत्न करें धारण-
घर में शीघ्र मंगल कार्य शुरू हो जाएं इसके लिए आप ओपल रत्न धारण करें। इस रत्न के धारण करने से विवाह की समस्याएं खत्म होती हैं और जिनको लव मैरिज करनी हो उनके लिए भी यह रत्न बहुत ही कारगर सिद्ध होगा। इससे शुक्र ग्रह मजबूत होता है और शुक्र को प्रेम व विवाह का ग्रह माना गया है। इससे विवाह के योग अतिशीघ्र बनने लगते हैं। परन्तु ध्यान रखें रत्न कुंडली दिखाकर ही धारण करना चाहिए।
इस दिन रखें व्रत-
जिन लोगों के विवाह में कोई न कोई समस्या बनी रहती है तो उनको गुरुवार का व्रत करना चाहिए। इसके लिए पीले वस्त्र धारण करें और पीले फूल, चने की दाल और पीले चंदन से भगवान विष्णु की पूजा करें। इस दिन केले के पेड़ की भी पूजा करें। ऐसा करने से विवाह की समस्याएं धीरे-धीरे खत्म होने लगती हैं।
यह रुद्राक्ष करें धारण- विवाह संबंधित हर समस्या के लिए गौरीशंकर रुद्राक्ष सबसे श्रेयस्कर माना गया है। गौरीशंकर रुद्राक्ष को भगवान उमा-महेश का स्वरूप कहा गया है और इसके धारण से विवाह संबंधित सभी प्रकार की समस्याएं खत्म हो जाती है और पति पत्नी में प्रेम भी बना रहता है।
आचार्य धीरज द्विवेदी “याज्ञिक”
(ज्योतिष वास्तु धर्मशास्त्र एवं वैदिक अनुष्ठानों के विशेषज्ञ)
संपर्क सूत्र – 09956629515
08318757871








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