उप्र में कोरोना-पीड़ितों के परिजन पहले इलाज, बेड, दवाई के लिए भटकते रहे और अब मृत्यु प्रमाणपत्र के लिए भटक रहे हैं। परिजन शपथपत्र व हलफ़नामा तक देने को तैयार हैं पर कहीं कोई सुनवाई नहीं है।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) June 4, 2021
परिवारों व परिजनों का दर्द न समझनेवाली भाजपा सरकार जैसी निर्मम सत्ता पहले कभी नहीं आई। pic.twitter.com/7u4XsSnpAY
उप्र में कोरोना-पीड़ितों के परिजन पहले इलाज, बेड, दवाई के लिए भटकते रहे और अब मृत्यु प्रमाणपत्र के लिए भटक रहे हैं (Tweet-Akhilesh Yadav)



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