Jan Media TV

जनता की खबर , जनता तक

Advertisement

ये गुरुद्वारा श्री नानक मत्ता साहिब के पीपल का इतिहास हैं।।

FB IMG 1622203399918

ये गुरुद्वारा श्री नानक मत्ता साहिब का इतिहासिक पीपल साहिब है इसमे जब पतझड़ के बाद पत्ते आते हैं तो एक एक तरफ़ हरे पत्ते तथा दूसरी तरफ़ लाल पत्ते आते हैं ये पीपल साहिब की जड़ धरती से उपर है जो कि पाच सौ साल पहले योगियो द्वारा गुरु नानक जी से गोस्टी में हारने के बाद पीपल को आकाश मे उडाना चाहा था जिसे गुरु साहब ने पवित्र पन्जा लगाकर रोक दिया था ये आज भी वही रुका हुआ है उसके सौ साल बाद गुरु हर गोबिन्द साहिब के समय एक बार फिर से सिद्ध योगियो ने पीपल साहिब को जला दिया था फ़िर गुरु हर गोविंद साहब ने अम्रत सर से यहां आकर पीपल पर केसर घोल कर छींटे मारे तो पीपल फ़िर से हरा भरा हो गया और योगियो को नानक मत्ता साहिब की धरती से खदेड़ दिया अब यहाँ पर एक भव्य गुरुद्वारा है और भी यहां पर और भी एतिहासिक चिन्ह है जैसे दूध वाला कुआ. भन्डारी बोहड, फ़ौड़ी गंगा, आदि

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *