दुनिया की सबसे खतरनाक किताब
कोडेक्स गिग्स और डेविल बाइबल एक ऐसी खरनाक किताब है जिसको जो पढ़ता है उसकी या तो मृत्यु हो जाती है या फिर वह मानसिक संतुलन खो बैठता है ! इस किताब को लिखने में १६० गधे के खाल का प्रयोग किया गया था, और इसका dimension 36 x 20 x 8 इंच है ! आज भी यह पुस्तक संभाल कर रखी हुई है चेकोलोवाकिआ में !
आज हम किताबों की बात कर रहे है, हमारे भारत में प्रचलित मुहावरों में एक है –
लोकमान्य तिलक का कथन है – “मैं नरक में भी पुस्तकों का स्वागत करूँगा, क्योंकि इनमें वह शक्ति है कि जहाँ वे होंगी, वहाँ अपने आप स्वर्ग बन जाएगा।” श्रेष्ठ पुस्तकें मनुष्य, समाज और राष्ट्र का मार्गदर्शन करती हैं।
पुस्तके कहा जाता है पुस्तकें अच्छी हो तो बनाती है और बेकार तो बिगाड़ती है !
आज जिस पुस्तक की बात हम कर रहे है वो विश्व की सबसे खतरनाक किताब मानी जाती है ! यह पुस्तक आज भी चेकोलोवाकिआ के एक लैब में रखी हुई है !
इस पुस्तक को किसने लिखा क्यों कब लिखा यह सब आज इस लेख में आप जानेंगे और समझेंगे कि पॉज़िटिव होना कितना जरुरी है !
कहानी –
१३ वीं शताब्दी में एक संत थे जो एक मठ में रहते थे ! कुछ समय तो सब ठीक था लेकिन संत कुछ समय बाद अपनी मनमानी करने लगे ! वे मठ के नियमों का उल्लंघन करने लगे !
जब मठ के लोग उन्हें नहीं समझा सके तो उन्होंने उस संत की दुर्व्यवहार की सूचना वहां के राजा को दी !
राजा ने सब पता लगवाया जांच में सारी जानकारी सही थी तब उन्होंने उस संत को अपने दरबार में बुलाया और कहा कि उनके गलत आचरण के लिए उन्हें मृत्यु दंड दिया जाता है !
संत मृत्यु का नाम सुनते ही भय के कारण उसने राजा से एक डील की ! उसने राजा को कहा कि अगर राजा उसे छोड़ दे तो वः एक ऐसी किताब लिखेगा जो उस राजा और सभी राज्य के लोगों के लिए अच्छा होगा ! जिसको पढ़ने के बाद लोग उससे प्रभावित होकर अच्छा काम करेंगे !
राजा ने उसकी यह बात मान तो ली लेकिन राजा ने कहा कि उस किताब को संत को एक रात में ही ख़तम करना होगा ! अगर सुबह होने तक किताब पूरी नहीं हुई तो उसे फांसी की सजा ही मिलेगी !
संत ने यह शर्त मान ली !
अब संत को सभी सामान देकर कारावास में डाल दिया गया ! संत ने किताब लिखना शुरू किया लेकिन आधी रात को उसे समझ आ गया कि वो कुछ भी कर ले वह किताब सुबह तक पूरी नहीं कर पायेगा !
अब उसने लिखना छोड़ कर एक उपासना शुरू कर दी उपासना वह एक शैतान की कर रहा था !
शैतान से डील –
अब संत को सभी सामान देकर कारावास में डाल दिया गया ! संत ने किताब लिखना शुरू किया लेकिन आधी रात को उसे समझ आ गया कि वो कुछ भी कर ले वह किताब सुबह तक पूरी नहीं कर पायेगा !
अब उसने लिखना छोड़ कर एक उपासना शुरू कर दी उपासना वह एक शैतान की कर रहा था !
शैतान से डील –
अब शैतान प्रसन्न होकर जब सामने आया तो संत ने उसे सारी बात बताई ! शैतान उसने कहा कि अगर वह यह किताब पूरा करने में उसकी मदद करे तो वह उसके लिए कुछ भी कर देगा !
अब शैतान ने सारी बात जानने के बाद यह शर्त रख कि वह सुबह तक यह किताब पूरी करवा देगा लेकिन उस संत को अपनी बंदी बना लेगा ! संत ने उसकी बात मान ली !
संत ने पूरी रात वह किताब पूरा करवाने में लगा था और रात भर में शैतान ने किताब पूरी भी कर दी ! ३१० पेज की यह किताब तैयार तो मानवता को बढ़ाने के लिए की गई थी लेकिन जब सुबह संत ने किताब खोली तो उसमें शैतान ने सबसे पहले पेज पर खुद की फोटो लगा रखी थी ! और इस किताब को इस प्रकार लिखा गया था कि शैतान की तारीफें थी ! बुराई को बढ़वा और सत्य को मिटाने का पूरा आँकड़ा था !
सुबह संत को शैतान ने बंदी बना लिया और राजा के लोग पहुंचे तो संत की लाश मिली ! उस किताब को जिसने भी पढ़ने की कोशिश की वह या तो मर गया या फिर पागल हो गया !
साक्ष्य आज भी चेकोलोवाकिआ में है !



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