अक्सर लोग सोचते है कि जवानी तो मस्त रहने के लिए है. दोस्तो ये कर्म करने का समय है. हमारे वेद मैं भी 25 से 50 वर्ष मैं समस्त कर्म कर अपना बढ़िया कैरियर व गृहस्थ जीवन को बनाने का समय है.
यही सर्वश्रेष्ठ समय व उम्र है. यही समय बलवान है. इसलिए भटकाव, समस्या, क्रोध, नीद, आदि मै समय बर्बाद ना कर , निर्माण मे समर्पित होके समय व उम्र का सदुपयोग करे तथा इस दुनिया सर्वश्रेष्ठ जीवन जिए. कियोकि परम पिता परमेश्वर ने आपको इस धरती पे इसलिए सर्वश्रेष्ठ योनि मानव के रूप में दिया है.
“इसलिए आप अपने जीवन के महतव को समझिए और अपने लक्ष्य की प्राप्ति के लिए इस सर्वश्रेष्ठ समय व उम्र का सदुपयोग करे “
श्री खजान सिंह बिष्ट ग्राम सभा
डोबा अल्मोड़ा उत्तराखंड



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