नंबर हाफ, दिग्गज साफ, अब क्या करेंगे ‘आप’?

पिछले चुनाव के मुकाबले AAP आधी से ज्यादा सीटें हार चुकी है। प्रधानमंत्री पद का दावेदार बनने की कोशिश करते-करते केजरीवाल की CM की कुर्सी भी चली गई। आतिशी और गोपाल राय को छोड़ दिया जाए तो पार्टी के ज्यादातर बड़े नाम चुनावी बाजी हार चुके हैं। ऐसे में सवाल है कि AAP आगे किस नीति पर चलेगी। दिल्ली की राजनीति या केंद्र की राजनीति, पंजाब बचाएं या गोवा में पहुंच बढ़ाएं, सियासत चमकाएं या पार्टी बचाएं?