उत्तर प्रदेश सरकार ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के तमाम निर्देशों के बावजूद फोन न उठाने के मामले में बड़े अधिकारी इससे बेपरवाह बने हुए हैं। मुख्यमंत्री कार्यालय से गए फोन को उठाने की जहमत भी उन्होंने नहीं की। सरकारी फोन नहीं उठाने वाले कई आईएएस अफसर, डीएम और कमिश्नर को नोटिस भेजा है। वाराणसी, प्रयागराज, अयोध्या व बरेली के मंडलायुक्त से जवाब-तलब किया गया है।

सूत्रों के अनुसार सीएम कार्यालय से कई मंडलों और जिलों के कमिश्नर, डीएम व एसपी को उनके सीयूजी नंबर पर फोन मिलवाया गया। इस दौरान एक तिहाई जिलों के अफसरों की साफ तौर पर लापरवाही सामने आई है। मंडल के आला अफसरों, जिनके ऊपर जिलों की मॉनिटरिंग की जिम्मेदारी है, उनके भी फोन नहीं उठे।

पिछले साल 7 अगस्त को सीएम कार्यालय से जिलों के इंटीग्रेटेड कंट्रोल एंड कमांड सेंटर पर स्थापित नंबरों पर फोन किए गए लेकिन वह क्रियाशील नहीं पाए गए थे। इस पर पर्यवेक्षणीय शिथिलता के आरोप में 21 जिलों के डीएम से स्पष्टीकरण मांगा था। इसमें लखनऊ, कानपुर, वाराणसी जैसे बड़े बड़े जिलों के डीएम भी शामिल थे।